● Terracotta mural
Terracotta mural बनाने की विधि इसके लिए सबसे पहले आपको मिट्टी तैयार करना है, इसमें जली हुई मिट्टी से आकृति mural बनाया जाता है इसके लिए आप मिट्टी के बने मटकी दीपक सुराही ऐसी वस्तुएं जो पकाई जा चुकी है या इसके जगह आप ईट भी इस्तेमाल कर सकते हैं इसे अच्छी तरह से तोड़ तोड़ कर चूरन बनाना है फिर इसमे उपस्थित कंकड़ पत्थर को हटाना है फिर उसे चूरन को जाली से चालकर उसे साफ कर ले, इस powder को गंगा मिट्टी या मक्खन की सामान मिट्टी में मिला लें और उसे एक-दो दिन रहने दो आप उसी रंग के लिए उसमें रेड ऑक्साइड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे उसका रंग लाल हो जाएगा यदि आपको इसमें चमक लाना है तो शीशे का चूर्ण डाल सकते हैं कलाकृति बनाने के दौरान अवश्य ध्यान रखें कि बनने वाली टाइल्स मूर्ति 1 इंची से ज्यादा ना हो अगर इससे ज्यादा हो तो फायरिंग के दौरान mural destroy हो सकती है जैसा कि हम जानते हैं इसे दीवारों में लगाना है clay modelling करने के दौरान आप उसमें छेद रहने दे ताकि उसे दीवाल में लोहे की कील से आसानी से लगाया जा सके आकृति बन जाए तो उसे एक-दो दिन धूप में सूखने दें ताकि उसके अंदर का (moisturize) नमी खत्म हो जाए उसके बाद आप mural पकाने के लिए पारंपरिक तकनीक इस्तेमाल कर सकते हैं या गैस इलेक्ट्रिक चेंबर का उपयोग किया जा सकता है अब दोनों में से जो भी पद्धति का उपयोग करें ध्यान रखें कि mural को पहली फायरिंग बिस्किट फायरिंग पद्धति होता है जिसमें आपको कम तापमान में गर्म करना है या प्रक्रिया 4 से 5 घंटे तक होगा उसके बाद की process के दौरान आप तापमान को बढ़ा दो ताकि mural अच्छी तरह से तैयार हो जाए और जब यह fire हो जाए तो mural को दीवाल में लगाने से पहले दीवार को खुदरा कर दीजिए ताकि mural मजबूती से दीवारों में जुड़ा रहे mural का जो हिस्सा दीवार तरफ लगेगा उसमें cement सीमेंट और रेती से मिला मिश्रण को बारीकी से लगाकर दीवार पर चिपकाते जाए cement लगाने से पहले टाइल्स को पानी में पानी में गीला कर ले जाए ताकि mural टाइल और दीवार में मजबूती बना रहे
इस विधि से आप ceramic पॉटरी वर्क का भी काम कर सकते हैं
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● colourful tiles mosaic technique mural
हम अपने आसपास जैसे कि रेलवे स्टेशन मेट्रो स्टेशन मंदिर और पर्यटक स्थल पर रंगीन टाइल्स से बनी कलाकृति आसानी से देखने को मिल जाती है और यह आकर्षित दृष्टिगोचर होती है और लंबे समय तक विद्यमान रहने वाली कलाकृति है जहां टाइल्स की दुकान है या इसकी warehouses वहां से इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है mosaic mural बनाने के लिए कोलाज विधि का तकनीक उपयोग किया जाता है टाइल्स के टुकड़े को छोटे-छटे करके उसे अपने अनुसार सुव्यवस्थित कर ले जिस तरह की आपको आकृति चाहिए! Mural बनने के बाद ऊपर गोंद का लेप लगा दीजिए फिर पेपर का बड़ा ठुकरा उसके ऊपर चिपका दें ताकि सभी टाइल्स के टुकड़े को एक साथ वह paper पकड़ के रखे उसके ऊपर नंबर लिख दे और नंबर को एक ब्लॉक में रखें यदि आप बड़ा मोजाइक का निर्माण कर रहे हैं तो उस समय आपको पेपर के स्थान पर सूती कपड़े का इस्तेमाल करना चाहिए उसी पलट दे और दीवाल पर लगाने से पहले उसे छोटे-छटे भाग में विभाजित कर दे विभाजित करना है और उसकी ऊपर कपड़े से पानी को लगाते रहे फिर उस हिस्से पर cement का पतली भरत परत्ता लगा कर सावधानीपूर्वक दीवाल पर लगाए फिर उसके ऊपर एक पेपर या कपड़े को पानी से भिगोकर साफ कर ले
इस पद्धति में बालू के ऊपर किसी तरह का आकृति छाप बना कर एवं उसमें तरल पदार्थ डालकर कलाकृतियां बनाई जाती है समानता इस विधि से धातु कास्ट कला का काम होता है लेकिन बहुत कम लोगों को जानकारी होगी इसके अलावा आप भक्तों के जगह अन्य चीजों को भी उपयोग में ला सकते हैं जैसे कि सीमेंट प्लास्टर ऑफ पेरिस जैसे वस्तुओं का इस्तेमाल कर कलाकृति बनाया जा सकता है
इसको बनाने के लिए आपको बारीक बालू की आवश्यकता है यदि नहीं है तो उसको जाली से जान ले फिर किसी समतल स्थान पर इस बालू को व्यवस्थित तरीके से रखकर ईट से घेराव कर दे फिर उसके ऊपर इच्छा अनुसार आकृतियों को बनाएं फिर उसमें पीघली कोई हुई धातु या फिर cement POP डालकर mural आकृतियां तैयार की जा सकती है




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